आज लोकसभा में होगी 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा, ट्रंप को लेकर सरकार से तीखे सवाल पूछने की तैयारी में विपक्ष, हंगामे के आसार

Parliament Monsoon Session 2025 LIVE

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नई दिल्ली: Parliament Monsoon Session 2025 LIVE: संसद के मॉनसून सत्र का दूसरा सप्ताह आज यानी 28 जुलाई से शुरू होगा. पहला सप्ताह हंगामे की भेंट चढ़ गया था. सोमवार को लोकसभा में पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर डिबेट होने की संभावना है. सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े दो मुद्दों पर आमने-सामने होंगे.

भाजपा नीत एनडीए गठबंधन और विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के दौरान अपने शीर्ष नेताओं को मैदान में उतारने की उम्मीद है. कांग्रेस पार्टी ने अपने लोकसभा सांसदों को तीन दिन तक सदन में उपस्थित रहने के लिए थ्री-लाइन व्हिप जारी किया है.

सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर इन मुद्दों पर बोलेंगे. उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपनी सरकार के "मजबूत" रुख के ट्रैक रिकॉर्ड से अवगत कराने के लिए अपनी बात रख सकते हैं.

वहीं, दोनों सदनों में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा अन्य नेताओं के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं.

दोनों सदनों में 16-16 घंटे की बहस

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 25 जुलाई को कहा था कि सत्र का पहला सप्ताह हंगामे के कारण बाधित रहा और विपक्ष ने सोमवार को लोकसभा में और उसके बाद मंगलवार को राज्यसभा में इन दोनों मुद्दों पर चर्चा शुरू करने पर सहमति जताई है. सत्तापक्ष और विपक्ष ने दोनों सदनों में 16-16 घंटे की मैराथन बहस पर सहमति व्यक्त की है, जो और अधिक लंबी खिंच सकती है.

एनडीए उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों को भी मैदान में उतार सकता है, जो ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का पक्ष रखने के लिए 30 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके हैं. इनमें शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, जेडीयू के संजय झा और टीडीपी के हरीश बालयोगी शामिल हैं.

क्या शशि थरूर भी रखेंगे पक्ष ?

कांग्रेस द्वारा शशि थरूर को वक्ता के रूप में चुनने पर अभी संदेह है, जिन्होंने अमेरिका सहित अन्य देशों में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था. पहलगाम हमले के बाद सरकार का पक्ष लेने के कारण थरूर के कांग्रेस के साथ संबंध खराब बताए जा रहे हैं. उन्होंने एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, इसलिए उनके बोलने का कोई रास्ता निकाला जा सकता है.

विपक्षी दलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीछे खुफिया चूक और अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम के दावों को लेकर सरकार की आलोचना की है. राहुल गांधी ने बार-बार सरकार की विदेश नीति पर हमला किया है. उनका कहना है कि भारत को ऑपरेशन सिंदूर में अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं मिला. राहुल ने सत्तारूढ़ गठबंधन पर निशाना साधने के लिए ट्रंप के मध्यस्थता के दावों का हवाला दिया है.

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की है, क्योंकि इसने भारत के स्वदेशी रक्षा हथियारों और रक्षा प्रणालियों की क्षमता को साबित किया है. भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक संघर्ष चला था. भारत ने दावा किया कि पड़ोसी देश के कई सैन्य ठिकानों को गंभीर नुकसान पहुंचा है.

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का मुद्दा भी संसद में उठ सकता है. विपक्ष ने इस पर संसद में चर्चा की मांग की है. मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर संसद में प्रदर्शन किया, जिसके कारण संसद की कार्यवाही बाधित की थी. विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर की कवायद का उद्देश्य चुनावी राज्य बिहार में भाजपा नीत गठबंधन को मदद पहुंचाना है. हालांकि, चुनाव आयोग का कहना है कि उसका पूरा ध्यान केवल यह सुनिश्चित करने पर है कि केवल पात्र लोग ही मतदान करें.